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2 Comments

  1. मृगतृष्णा 'तरंग'
    July 13, 2023 @ 6:24 pm

    *खबेस* बच्चों के ऊपर लिखी गई कहानी भी बच्चों से कही जाने वाली नहीं है। या शायद आजकल के बच्चों को ऐसी ही डरावनी कहानियों का चस्का लगा है।
    कहानी का भाव स्पष्ट रूप से समझाया गया है। और कंचन का खबेस बन जाना एक तरह से प्रश्नचिन्ह के साथ कहानी का अंत लाज़मी बना है।
    👍👌

    Reply

    • Vikas Nainwal
      August 2, 2023 @ 1:35 pm

      जी जब मैं छोटा था तो आर एल स्टाइन की कहानियां काफी पसंद आती थीं। उनकी गूसबंप सीरीज पसंद थीं। ऐसे में इसी विधा की ये बाल कहानी है। कहानी आपको अच्छी लगी यह जानकर अच्छा लगा। हिंदी में बाल पाठकों के लिए हॉरर विधा में कम ही लेखन हुआ है। इसी खाली जगह को भरने का प्रयास मैंने किया है।

      Reply

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