चंद्रकांता संतति- भाग-4 (बयान 6 से 12)
बयान-6 अब हम अपने किस्से के सिलसिले को मोड़कर दूसरी तरफ झुकते हैं और पाठकों को पुण्यधाम काशी में ले चलकर संध्या के साथ गंगा के किनारे बैठी हुई एक नौजवान औरत की अवस्था पर ध्यान दिलाते हैं। सूर्य भगवान अस्त हो चुके हैं, चारों तरफ अंधेरी घिरी आती है। […]