धार्मिक प्रतिक्रिया मात्र नहीं है भक्ति काव्य
संवत् 1375 से लेकर संवत् 1700 तक के काल को भक्ति काल कहा जाता है। भारतीय इतिहास में पहली बार समस्त देश की चेतना इस काल में भक्ति भाव धारा से अनुप्राणित हो उठी। ग्रियर्सन ने कहा है — [themify_quote]‘हम अपने को ऐसे धार्मिक आंदोलन के सामने पाते हैं, जो […]