कारमन

रात के ग्यारह बजे टैक्सी शहर की खामोश सड़कों पर से गुजरती हुई एक पुराने किस्म के फाटक के सामने जाकर रुकी. ड्राईवर ने दरवाजा खोल कर बड़ी बेरुखी के साथ मेरा सूटकेस उतार कर फुटपाथ पर रखा और पैसों के लिए हाथ फैलाए तो मुझे जरा अजीब सा लगा. […]