गांव जाने पर जो सबसे पहला चेहरा सामने आता है वो है हमारे “शिवबचन ठाकुर” का पौढ़ अवस्था की ओर अग्रसर शिबच्चन कांपते हाथ भी हमारे हर मांगलिक कार्यक्रम में इस ठसक से शामिल होते हैं कि क्या बताएं अम्मा कहीं लोकाचार भूल भी जाएं तो चट से अम्मा को टोकते हैं “ह नु! रवा […]
किसी देश की संस्कृति, जीवनशैली, आचार-विचार, अर्थव्यवस्था, सामाजिक व्यवस्था आदि को समझना हो तो यात्रा से बढ़कर कुछ भी नहीं है। यूरोप के यात्री इस मामले में अग्रणी रहे हैं। वे दुनिया के तमाम देशों की यात्रा कर इसे समझने का प्रयत्न करते हैं तथा वृतांतों में भी इसे उद्धृत करते हैं। सेंट अगस्टिन ऑफ […]
जॉर्डन की यात्रा के दौरान शारजाह हवाई अड्डे में 7-8 अरब शेखों को बड़े-बड़े बाज पक्षियों के साथ देखा, मेरे अतिरिक्त अन्य लोगों के लिए भी यह कौतूहल का विषय था, पर यहाँ के शेखों के लिए बेहद सामान्य चीज थी। उनके चेहरे में वैभव की झलक थी। बाज का मालिक होना उनके लिए एक […]
किसी देश की यात्रा करनी हो तो सड़क मार्ग से अच्छा कुछ नहीं हो सकता। इससे वहाँ की भूमि की संरचना, जलवायु, मानवीय बसाहटों आदि की नई- नई जानकारी मिलती है। खोजी प्रवृति के मानवीय मन को और क्या चाहिए। किसी भी बेहतर रचना को अंजाम देने के लिए, अनुसंधान की प्रवृति, रचना कौशल को […]
यूं तो नमक एक खाद्य पदार्थ है या खाद्य पदार्थों को स्वाद बख्शने वाली चीज है, लेकिन इसकी महत्ता सर्वविदित है । नमक का महत्व इंसान की जिंदगी में इतना ज्यादा है कि इसे लेकर ‘‘नमकहलाल’’, ‘‘नमकहराम’’ और ‘‘नमकख्वार’’ जैसी उपमाएं बनीं । महात्मा गांधी जी को भी ‘‘गांधी’’, उनके नमक कानून तोड़ने को लेकर […]
अफ्रीकन एशियन रूरल डेवलपमेंट ऑर्गेनाईजेशन नई दिल्ली से जैसे ही मेरा नामांकन पाकिस्तान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार के लिए हुआ, सहसा मुझे विश्वास नहीं हुआ। अफ्रीकन एशियन रूरल डेवलपमेंट ऑर्गेनाईजेशन एक गैर राजनीतिक संगठन है, जो अफ्रीका तथा एशिया के 30 सदस्य देशों में कार्य करता है। जैसा कि पाकिस्तान के बारे आम हिन्दुस्तानियों की […]
छोटानागपुर क्षेत्र की अधिकांश जनजातियाँ ईसाई धर्म की ओर उन्मुख हो चुकी हैं। जनजाति युवाओं को बतौर पुरोहिताई कार्य के लिए सेमिनरी यानी गुरुकुल में प्रशिक्षण की व्यवस्था है और इन केंद्रों में अध्ययन का बड़ा आकर्षण है। ईसाई पादरी बनना एक उपलब्धि के साथ सम्मान की बात है। इन्हीं पादरी बनने के प्रशिक्षण केन्द्रों […]
आज जैसे सारा भारत इरफान के लिए आंसू बहाने एक हो गया है। एक ऐसा सर्वस्वीकार्य व्यक्ति कोई अभिनेता ही हो सकता है। मन में सवाल उठता है कि ऐसा क्यों? आखिर कोरोना संकट के इस दौर में जब हर इंसान को खुद की पड़ी है, हर कोई दूसरे को शक की नज़र से देख […]