मैं एक पेड़ होना चाहता हूँ
जिसके नीचे
मेरी बेटियाँ खेलें घर-घर
जिसकी डाल पर वे
और सावन दोनों झूलें झूम झूमकर
मैं चिड़िया होना चाहता हूँ
कि ला सकूँ दूर देश से दाने
और डाल सकूँ उनके मुँह में
बड़े प्रेम से बड़े जतन से
मैं अपनी बेटियों के लिये
बनना चाहता हूँ जादूगर
कि उन्हें दिखा सकूँ दुनियादारी के
ऐसे ऐसे करतब
जिससे वे आनंदित ही न हों
बल्कि सीख भी सकें
मैं अपनी बेटियों का
बनना चाहता हूँ खिलौना
जिससे उनके सीने से लग
सो सकूँ रात भर और
महसूस कर सकूँ उनका मासूम स्पर्श
मैं एक किताब होना चाहता हूँ
जिसमें पढ़ सकें मेरी लाडलियां
जिन्दगी के फलसफे
कुल मिलाकर मैं होना चाहता हूँ
अपनी बेटियों का अच्छा पापा
कि जिन्दगी जीते हुए
वे महसूस कर पाएँ हमेशा
अपने साथ मुझे ।
wonderful story
मैं भी ???