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5 Comments

  1. विक्की
    October 21, 2018 @ 7:55 pm

    मस्त जबरदस्त???

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  2. विकास नैनवाल
    October 22, 2018 @ 1:07 pm

    सही है। घूम फिरकर प्रोफेसर भीमभंटाराव ने सफलता पा ही ली। रोचक कहानी।

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  3. अजीत झा
    June 9, 2020 @ 11:15 pm

    मैंने दसवीं कक्षा में ये कहानी पढ़ी थी । आज पूनः ये पढ कर बहुत अच्छा लगा

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    • साहित्य विमर्श
      June 10, 2020 @ 1:01 am

      बचपन की पढ़ी कई कहानियाँ आपको साहित्य विमर्श पर मिलेंगी. पढ़ते रहिये.

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  4. SRI krishna Singh
    January 17, 2023 @ 7:30 pm

    हाई स्कूल की पढ़ी कहानियां फिर से पढ़ा बहुत आनंद आया।

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