लेखक दिवस पर एक लेखक का दर्द
बन्धुमान्यगण, आज लेखक दिवस है। ये जानकर मुझे आश्चर्य का जोरदार झटका लगा। भला लेखक का भी कोई दिवस हो सकता है? लेखक तो वर्ष में 365 दिवस अपने दिमाग को घिस-घिसकर उसका दही करता रहता है। फिर भला कोई एक ही दिवस लेखक का किस प्रकार हो सकता है? […]