“मैं उसके बिना जिन्दा नहीं रह सकती!” उन्होंने फैसला किया। “तो मर जाओ!” जी चाहा कह दूँ। पर नहीं कह सकती। बहुत से रिश्ते हैं, जिनका लिहाज करना ही पड़ता है। एक तो दुर्भाग्य से हम दोनों औरत जात हैं। न जाने क्यों लोगों ने मुझे नारी जाति की समर्थक और सहायक समझ लिया है। […]
इस्मत चुगताई जी का जन्म बदायूं के एक उच्च वर्गीय परिवार में हुआ . वंश परंपरा से वे मुग़ल खानदान से जुड़ी थीं. पिता जज थे सो आपा को कई शहरों में रहने का अनुभव मिला. छह भाइयों की बहन होने की वजह से इस्मत आपा का बचपन में ‘टाम ब्वाय ‘ व्यक्तित्व रहा. वही […]
बड़ी देर के वाद – विवाद के बाद यह तय हुआ कि सचमुच नौकरों को निकाल दिया जाए. आखिर, ये मोटे-मोटे किस काम के हैं! हिलकर पानी नहीं पीते. इन्हें अपना काम खुद करने की आदत होनी चाहिए. कामचोर कहीं के. “तुम लोग कुछ नहीं! इतने सारे हो और सारा दिन ऊधम मचाने के […]